सिख समाज के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी वो पहले गुरु थे जिन्होंने सिख समाज की नीव रखी थी ,गुरु नानक देव जी ने करतारपुर साहिब में कई साल बिताये लेकिन भारत पाकिस्तान के बटवारे के बाद सिख समाज अपनी गुरु की धरती के दर्शन को तरस गए थे .पंजाब के लोग सिर्फ बॉर्डर से ही गुरु नानक देव जी की धरती के दर्शन करते रहते थे ,पर इमरान खान जो की पाकिस्तान के प्रधान मंत्री है और मोदी जी के प्रयास से करतारपुर कोरिडोर खुल गया .अब सिख समाज आसानी से गुरु नानक जी की धरती के दर्शन कर सकते है ,लेकिन इसके पीछे के इतिहास को आपको नहीं पता होगा तो चलिए आज हम आपको करतारपुर के बारे में विस्तार से बताते है .
करतार पुर साहिब का धार्मिक और इतिहासिक दोनों तरह से महत्व है ,करतारपुर में जो गुरुद्वारा है वो रावी नदी के किनारे बना हुआ है डेरा बाबा नानक से करतारपुर की दुरी केवल चार किलोमीटर है .और लाहोर से इसकी दूरी 120 किलोमीटर है मान्यता है श्री गुरु नानक देव जी ने अपने अंतिम दिन इसी स्थान पर बिताये थे ,श्री गुरु नानक देव जी ने अपने 15 साल यही गुजारे थे .ये भी माना जाता है की 1539 में गुरु नानक देव जी का इसी गुरद्वारे में निधन हुआ था .
करतारपुर साहिब के दर्शन करतारपुर कोरिडोर बन्ने से पहले लोग दूरबीन से ही इनके दर्शन करते थे ,सिख समाज के लोग बॉर्डर इस इस पर एकत्र हो कर विभिन्न पर्वो पर दूरबीन से दर्शन करते थे .करतारपुर कोरिडोर बनना चाइये इसकी मांग सन 1999 में उठी थी ,ये उस समय की बात है जब बीजेपी के प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपयी थे और उसी समय बस सेवा शुरू हुई थी .लेकिन अब नवजोत ,मोदी और इमरान खान के कारन इसका निर्माण हुआ .अगर आपको पोस्ट अछि लगे तो शेयर जरूर करे .