आज के टाइम में सोशल मीडिया एक ऐसी चीज़ है जिसके माध्यम से कोई भी रातो रात मशहूर हो जाता है ,और एक दिन में ही स्टार बन जाता है .अगर आपके पास कोई कला है तो आपको उसको छुपाना नहीं चाइये बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसको सबके सामने लाना चाइये ,बल्कि उसको सोशल मीडिया का पर्योग करके फैलाना चाइये .फिर दुनिया म कोई भी ऐसी ताकत नहीं जो आपको को मशहूर होने से रोक सके ,आपको याद होगा पिछले चुनाव के बारे में जिसमे एक पीली साडी वाली महिला रातो रात मशहूर हो गयी थी .अबकी बार वो एक बार फिर चर्चा में है ,पर इस बार वो पीली साडी में नहीं बल्कि पिंक साडी में दिखाई दी और इस साडी में उसकी सुन्दरता को चार चाँद लग गए .पहले लोग उसके बारे में जानते नहीं थे पर जब उनकी जानकारी सब को पता लगी तो वो रातो रात वायरल हो गयी ,ये होती है सोशल मीडिया की ताकत.
आपको बता दे की पीछे उत्तर प्रदेश में चुनाव हुए थे उस समय लखनऊ मतदान केंद्र पर एक पीली साडी में एक महिला दिखाई दी ,जिसका नाम रीना दिवेदी था .उनकी चुनाव में ड्यूटी लगी हुई थी और उस समय उन्होंने पीली साडी पहनी हुई थी .तब किसी ने उनकी फोटो खीच कर सोशल मीडिया पर डाल दी उसकी सुन्दरता और वो पीली साडी एक ही दिन में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया .और लोग उनकी खूबसूरती के कायल हो गए ,और ये जानने की कोशिश करने लगे की ये पिली साडी पहने महिला कोण है .अब वो अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी फोटो डालती रहती है है और लोग भी उनके साथ फोटो खिचवाने को तयार रहते है .
जब लोगो ने उनसे पूछा की वो इतनी सुन्दर कैसे है तो उन्होंने जवाब दिया की वो भी आपके जैसी ही है जो आप खाते है वो ही में खाती हु ,मेरी और आपकी दिनचर्या में कोई ख़ास फरक नहीं है .लेकिन उन्होंने कहा की वो खान पान के मामले में पुरे नियमो का पालन करती है और अपने आप को ऐसा भोजन देती है जिस से वो स्वस्थ रह सके .उन्होंने ये भी कहा की मेरे हर काम में मेरे परिवार का पूरा सहयोग है .
Month: October 2019
एक लाख रुपये में फोर्चुनर गाडी घर ले जाये
जैसा की ऊपर टाइटल में लिखा है उसको देख कर आप एक बार सोच में पड़ जायेंगे और सोचेंगे की हम झूठ बोल रहे है ,पर ये बात एक दम सही है एक लाख रुपये में फोर्चुनर गाडी घर ले जाये .इसमें कही भी आपको फाइनेंस की बात नहीं है नहीं आपको कोई लोन ही लेना है ऐसा असली में हो रहा है .अगर आप दिल्ली और उसके आस पास रहते है तो ठीक है अगर डेल्ही के बाहर मध्य प्रदेश और गुजरात में रहते है तो ये विडियो आपके लिए है .हमने ये आपको इसलिए बताया की इस के पीछे एक बहुत ही दिलचस्प कहानी है .हमारी टीम के एक मेम्बर के पास एक टोयोटा गाडी खड़ी थी वो भी बहुत ही बढ़िया कंडीशन में ,लगभग ६० हजार किलोमीटर चली होगी गाडी .पर उसके इसी साल हो गए दस साल कम्पलीट ,दिल्ली में एक रूल है की आप दस साल से पुरानी डीजल गाडी नहीं चला सकते .
साथ ही साथ पंद्रह साल से पुरानी पेट्रोल गाडी नहीं चला सकते ,अगर आपको वो गाडी बेचनी है तो उसके दस साल पुरे नहीं होने चाइये .हमारी टीम के मेम्बर की गाडी के दस साल पुरे हो चुके थे और वो उसका सर्टिफिकेट बनवाने गया पर दिल्ली सरकार ने उस गाडी का सर्टिफिकेट नहीं बनाया क्योकि ये नियमो के खिलाफ था .साथ ही साथ अफसरों ने कहा की ये गाडी अब आपको स्क्रैप में ही देनी पड़ेंगी और डंप करवानी पड़ेंगी .गाड़ी बहुत ही अच्छी कंडीशन में थी और जब स्क्रैप वालो के पास गए तो कोई कहता के सतर हजार की लेंगे या फिर एक लाख की लेगे .
पर केजरीवाल सरकार ने एक नया रूल निकाला की अगर आपकी डीजल गाडी के दस साल पुरे हो गए है या फिर पेट्रोल गाडी के पंद्रह साल पुरे हो गए है तो आप दुसरे राज्य के लिए सर्टिफिकेट निकलवा सकते है और वो तीस दिन तक मान्य होगा .तो यहाँ पर अगर आप दिल्ली से बहार रहते है तो आप वो गाडी खरीद सकते और उसको चला सकते है ,और उसका आपका टोटल खर्चा केवल 250,000 तक आयेंगा जो की बहुत ही सही है आपके लिए .तो अगर आपको भी बड़ी गाडी चाइये और वो भी सस्ती तो आप दिल्ली से वो गाडी खरीद सकते है वो भी बेहद कम दामो में .
आखिर शिवनारायण की आँखों के निचे काली पट्टिया क्यों होती थी
जैसा की आप सब जानते है की भारत और वेस्टइंडीज के आपस में काफी मैच हुए पर एक खिलाडी जो की वेस्टइंडीज का था सब का ध्यान खिचता था उसका नाम था शिवनारायण चंदरपाल .जब भी भारत के साथ वेस्टइंडीज का मैच होता और वेस्टइंडीज की टीम मुसीबत में होती तो ये खबू बल्लेबाज़ हमेशा टिक जाता था .लेकिन हम सब ये सोच रहे होगे की ये तो हिन्दुस्तानी नाम है फिर ये वेस्टइंडीज कैसे चला गया ,दूसरा एक और खिलाडी था जिसका नाम सरवन था .हमारे मन में ये सोच हमेशा रहती थी की ये दोनों खिलाडी भारत की तरफ से क्यों नहीं खेले ,उस समय इन्टरनेट नहीं था सो हम खोज न पाए .
काफी खोजबीन करने के बाद पता चला की चंदरपाल के पूर्वज बिहार के थे और ये यहाँ से गुयाना जा कर बस गए ,ये बिहार के पुरनिया जिले के थे जो 1873 में वहा जा कर बस गए थे .2011 में नितीश कुमार ने बिहारी क्रिकेट खिलाडियो को इनाम देने काएलान किया ,लेकिन जब उन्होंने लिस्ट देखो तो उनको एक भी बिहारी खिलाडी नहीं मिला .धोनी को वो इनाम दे नहीं सकते थे क्योकि वो झारखण्ड से खेलते रहे ,लेकिन जब नितीश को पता लगा की चंदरपाल बिहारी मूल के है तो उन्होंने ये इनाम उनको दिया .नितीश सरकार ने चंदरपाल को बिहारी क्रिकेटर ऑफ़ थे डिकेड का अवार्ड दिया गया .
आपको ये जानकार हैरानी होगी की ये ब्रायन लारा की हुब हु कॉपी लगते थे ,लेकिन सब के मन में एक सवाल जरूर उठता था की वो अपनी आखो के निचे क्या लगते थे .जैसा की हर देश के खिलाडी अपनी आखो के निचे अपने देश का फ्लैग बनवा लेते थे पर चंदरपाल का कारन कुछ होर ही था .वो अपने आखो के निचे काली पट्टी इस लिए लगते थे की सूरज की सीधी किरनो का उनकी आखो पर असर न पड़े .चंदरपाल जब भी बेटिंग और बोल्लिंग करते थे तो ये स्टीकर जरूर लगाते थे ,ये पट्टिया सनग्लास की तरह काम करते थे ,तो ये था उनके आखो के निचे काली पट्टी लगाने का राज .
आज दीपवाली पर इस समय करे लक्ष्मी की पूजा अगर धन प्राप्त करना है
आप को जैसे पता ही है की आज का दिन दीपवाली के तोर पर पुरे हिंदुस्तान में मनाया जाता है ,इस दिन को लक्ष्मी जी के प्रकट दिवस में रूप में मनाया जाता है .साथ ही साथ इस दिन भगवान राम अपनी नगरी अयौध्या वापिस आये थे ,उनके वापिस आने की ख़ुशी में सारे नगर वासियों ने दीप जला कर ख़ुशी मनाई थी .तब से ये दिन दीपावली के रूप में मनाया जाता है ,इस बार दिवाली 27 अक्टूबर यानि रविवार को मनाया जा रहा है .आज कार्तिक मास की अमावस्या पर तुला राशी में मनाया जा रहा है इस योग में लक्ष्मी जी की पूजा करने पर दोगुना फल मिलता है ,तो चलिए जानते है की क्या समय है दिवाली पर लक्ष्मी जी की पूजा करने का .
अगर आप को बाजार जा कर खरीदारी करनी है तो उसका समय सुबह आठ बजे से लेकर ग्यारह बजे तक का है ,और दोपहर को एक बजे से लेकर तीन बजे तक का है .और पूजा का समय शाम आठ बजे से लेकर दस बजे तक का है ,उस समय आपने लक्ष्मी जी फोटो अपने सामने रख कर उसके आगे दिया जला कर और पानी का लोटा रख कर पूजा करनी है .जिस से लक्ष्मी जी आप पर खुश हो कर आपके भंडारे भर दे .पर एक बात याद रखना लक्ष्मी जी और गणेश जी फोटो एक साथ रखनी है और उनका मुह पूर्व या पश्चिम दिशा की और होना चाइये ,साथ में एक कलश भी रख ले .
आपको एक नारियल लेना है और उसको लाल कपडे में इस तरह से लपेटना है की उसका आगे का भाग दिखाई देना चाइये ,क्योकि ये वरुण देव का प्रतिक है .अब आपने दो दीपक लेने है एक में देसी घी डालना है और दुसरे में तेल डालना है एक दीपक को दाहिनी और रखना है और दुसरे को मूर्तियों के सामने रखना है .आपको पूजा की प्लेट भी रखनी है उसमे आपने मिठानी ,आभूषण ,चन्दन ,सिंदूर कुमकुम ,सुपारी आदि को रखना है ,जब सब कुछ तयार हो जाये तो गयात्री मन्त्र का जाप करते हुए पूजा करनी है सच्चे मन से .पूजा ख़तम होने के बाद प्रशाद सब इ बात दे और अपनी दिवाली को खुसी से मनाये .हमारी टीम की तरफ से भी आपको और आपके परिवार को दिवाली की शुभकामनाये .
करतारपुर कोरिडोर से पाक को होगी हर महीने इतनी कमाई
जैसा आप सब को पता ही है की पाकिस्तान की हालत पैसो के मामलो में बहुत ख़राब है ,यहाँ तक की प्राइम मिनिस्टर के ऑफिस के पास भ पैसा नहीं है .पर इन सब के बीच में करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के लिए सजीवनी का काम करेंगा क्योकि एक अनुमान के अनुसार पाकिस्तान को हर महीने इस से 30 लाख डॉलर की कमाई होगी.जो की पाकिस्तान के हालत को पूरी तरह से बदल देगे .पाकिस्तान को उस पल का बेसब्री से इंतज़ार है जब ये कोरिडोर पर सिख संगत का आना शुरू हो जायेंगा और इसमें अब बस अब कुछ थोड़े दिन ही बाकि है .
ये कोरिडोर इस लिए बनाया जा रहा की सिख भाई गुरु नानक जी के जनम स्थान को जा सके और गुरु के दर्शन कर सके ,पर पाकिस्तान के लिए ये सोने की मुर्गी है ये कोरिडोर क्योकि 30 लाख डॉलर हर महीने की कमाई कुछ कम नहीं होती .एक रिपोर्ट में कहा गया है की अगर हर रोज पांच हजार लोग दर्शन के लिए आते है तो सर्विस चार्ज के रूप में एक लाख डॉलर की कमाई होगी जो की महीने का तीस लाख डॉलर बनता है .
सूत्रों की माने तो 9 नवम्बर को इस का ख़तम हो जायेंगा और सिख संगत का जाना शुरू हो जायेंगा ,इस से पाकिस्तान की कमाई का साधन बड जायेंगा .इसके बन्ने से पाकिस्तान का पहला धार्मिक पर्यटन का गलियारा खुल जायेंगा ,और पाकिस्तान के जो हालत ख़राब है पैसो के मामले में वो सही हो जायेंगे .इस सब को मैनेज करने के लिए दो सो आदमियों का स्टाफ भी बनाया गया है और यहाँ पर हॉस्पिटल और मीडिया सेण्टर भी बनाया गया है .पर आपको करतारपुर जाने के लिए कुछ चीजो का ध्यान रखना पड़ेंगा जैसा की केवल पांच हजार आदमी ही जा सकते है एक दिन में वो भी वीजा जिनका अप्प्रोवे होगा .साथ ही साथ आपको अपना पेन कार्ड और आधार कार्ड भी ले जाना होगा .
चंद्रयान टू से अब नासा भी कर रहा संपर्क साधने की कोशिश
जैसा आप सब को पता है है की थोड़े दिन पहले चंद्रयान टू को चंद्रमा के साउथ पोल की जानकारी लेने की लिए छोड़ा गया था ,पर किसी अज्ञात कारणों से उसकी सॉफ्ट लैंडिंग न हो पाई और केवल दो किलोमीटर पहले ही चंदार्यान टू से संपर्क टूट गया .भारतीय अन्तरिक्ष एजेंसी ने भी काफी कोशिश की उस से सम्पर्क साधने की पर उनको कोई सफलता नहीं मिली .इसका एक कारन तो ये रहा की जिस हिसे में यान की हार्ड लैंडिंग हुई थी वहा पर अब तक अँधेरा था ,इसलिए थोड़े दिनों के लिए काम को रोकना पड़ा .पर शायद अब एक और उम्मीद की किरण नजर आ रही है .
चंद्रमा की जिस हिस्से में चंद्रयान की हार्ड लैंडिंग हुई थी वहा पर अब अँधेरा था पर अब वहा पर क्योकि दिन हो गया है इसलिए इसरो के साथ साथ नासा भी संपर्क साधने की कोशिस करनी शुरू कर दी है .आपको ये भी बता दे की इस यान में एक ऑर्बिटर भी था जो की अब भी चंद्रमा के चारो और चक्कर लगा रहा है ,इस ऑर्बिटर ने चंद्रमा की बहुत सारी तस्वीरे ही भेजी है .जिसमे चंद्रमा की सतह पर काफी गड़े दिखाई दे रहे है .
इस का कारण वैज्ञानिक ये बता रहे है की चंद्रमा की सतह पर कोई वायु मंडल नहीं है जिसके कारन उसकी सतह पर उल्का पिंड टकराते रहते है .जब उल्का पिंड चाँद की सतह पर टकराते है तो जिस आकार के वो होते है उसी आकार के गड़े उसकी सतह पर बन जाते है .ऑर्बिटर ने जो तस्वीर भेजी है वो भी काफी साफ है जिससे हमे चंद्रमा के बारे में और अध्यन करने का मोका मिलेंगा .हम सभी ये दुआ कर रहे है की चंद्रयान टू से किसी भी परकार से सम्पर्क स्थापित हो जाये ताकि हमारा ये मिशन सफल हो जाये .